मेरा लाल रंग ।
ईश्वर के जैसे अंगिनत है नाम
लाल के भी है रूप हज़ार ।
दुल्हन की वो बिंदिया लाल
माथे पे विजयी तिलक है लाल
सूरज की लाली भी लाल
मुसकुरातें तेरे होठ भी लाल
प्यार का रंग रूप है लाल
इंद्रधनुश का वो लाल कमान
रोती अंखियन की डोरी लाल
देह से बेहता खून है लाल
पर सब से लाल है जीवन मेरा
जिस मे रंग भरा नफरत का लाल
।
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